चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत—-
सृजन पंक्ति- हरी चूड़ियाँ मुझे लुभाती
हाथों में खन खनके जाती।
हरी चूड़ियां मुझे लुभाती।।
चूड़ी मेरे मन को भाए।
हाथों में सज शान बढ़ाए ।।
पिया पिया का नाम बुलाती
हरी चूड़ियां मुझे लुभाती।।
चूड़ी पहनू हाथ सजाऊँ।
गौरी माँ को फूल चढ़ाऊँ।।
गीत शगुन के मैं तो गाती ।
हरी चूड़ियां मुझे लुभाती ।।
भरी रहे माँ सदा कलाई ।
इसी भाव से जोत जलाई।।
चूड़ी सारी खुशियां लाती ।
हरी चूड़ियां मुझे लुभाती ।।
सीमा शर्मा ‘अंशु’