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17 Nov 2024 · 1 min read

चौपाई छंद गीत

चौपाई छंद गीत—-

सृजन पंक्ति- मोल नहीं है मात तुम्हारा

तुझ से मिलता मुझे सहारा।
मोल नहीं है मात तुम्हारा ।।

कच्ची मिट्टी सा हो गढ़ती।
अवगुण सारे बाहर करती।।
तनमन तुमने सदा सुधारा ।
मोल नहीं है मात तुम्हारा ।।

तुमसा तो नहिँ होगा कोई ।
दुख में मेरे तुम ही रोई ।।
कैसे जाये कर्ज उतारा ।
मोल नहीं है मात तुम्हारा ।।

हृदय ईश सम तुमने पाया ।
वंदन कर है शीश नवाया ।।
तुम बिन मेरा नहीं गुजारा।
मोल नहीं है मात तुम्हारा ।।

कितनी मुझको चोटें लगती ।
फूंक मार के पीड़ा हरती।।
ममता से है सदा दुलारा ।
मोल नहीं है मात तुम्हारा ।।

सीमा शर्मा ‘अंशु’

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