चोपाई छंद गीत
चोपाई छंद गीत
छोड़ गए हो हमको भाई।
घड़ी कठिन वो क्यों कर आई।
यही कहीं हो लगता ऐसे।
एक हवा का झोंका जैसे।
क्यों कर बोलो प्रीत बढाई।
घड़ी कठिन वो क्यों कर आई।
बरसों बीते राहे तकते ।
नैना रहते रोज बरसते।।
देर बता क्यों आज लगाई।
घड़ी कठिन वो क्यों कर आई।।
राखी के हैं झूठे धागे ।
बांध कलाई पर तुम भागे।।
रक्षा की थी कसमें खाई।
घड़ी कठिन वो क्यों कर आई।
राखी की है डोर बुलाती ।
बहनों को है याद रुलाती।।
कभी नहीं फिर थाल सजाई।
घड़ी कठिन वो क्यों कर आई।
माँ है रोती हरदम मेरी।
खबर नहीं है आती तेरी।
रो रो के है आँख गवाई ।
घड़ी कठिन वो क्यों कर आई।
सुख भी हमको कैसे भाता।
कौन वहां से मुड़ के आता।।
प्रभु चरणों मे जगह बनाई ।।
घड़ी कठिन वो क्यों कर आई।
तेरी दुनियां में मैं आऊँ।
साथ तुझे मैं वापिस लाऊँ ।।
राह दिखे जो मुझे सुझाई।
घड़ी कठिन वो क्यों कर आई।
सीमा शर्मा ‘अंशु’