Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Mar 2022 · 1 min read

चैत का उत्सव (दो मुक्तक)

चैत का उत्सव (दो मुक्तक)
————————————————–
(1) चैती-चैत का उत्सव मनाता है

करिश्मा है ये कुदरत का हमें मौसम बताता है
न जाड़ा है न गर्मी है, पवन अलमस्त गाता है
जो सूखा ठुंठ था उस पर नये पत्ते निकल आए
बगीचा-बाग चैती-चैत का उत्सव मनाता है

(2)अब साँसें महकती हैं

बदन में आ रही फुर्ती है अब साँसें महकती हैं
मधुर संगीत कोयल गा रही चिड़ियाँ चहकती हैं
नए पत्तों से पेड़ों पर नया यौवन निकल आया
हवाएँ गंध की मस्ती से खुद अपनी बहकती हैं
——————————————————–
रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा,
रामपुर उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997 615 451

Language: Hindi
148 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
शीर्षक:इक नज़र का सवाल है।
शीर्षक:इक नज़र का सवाल है।
Lekh Raj Chauhan
शादी ..... एक सोच
शादी ..... एक सोच
Neeraj Agarwal
"अपेक्षा"
Dr. Kishan tandon kranti
सगीर की ग़ज़ल
सगीर की ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अड़चन
अड़चन
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
"दिल दे तो इस मिजाज का परवरदिगार दे, जो गम की घड़ी भी खुशी स
Harminder Kaur
शहर की गहमा गहमी से दूर
शहर की गहमा गहमी से दूर
हिमांशु Kulshrestha
खबर देना
खबर देना
Dr fauzia Naseem shad
■आज का आभास■
■आज का आभास■
*प्रणय प्रभात*
23/100.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/100.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Tum ibadat ka mauka to do,
Tum ibadat ka mauka to do,
Sakshi Tripathi
प्रकाश एवं तिमिर
प्रकाश एवं तिमिर
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मुलाकात अब कहाँ
मुलाकात अब कहाँ
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
दे ऐसी स्वर हमें मैया
दे ऐसी स्वर हमें मैया
Basant Bhagawan Roy
এটা আনন্দ
এটা আনন্দ
Otteri Selvakumar
मजदूर
मजदूर
Namita Gupta
इश्क़ में वक्त को बुरा कह देना बिल्कुल ठीक नहीं,
इश्क़ में वक्त को बुरा कह देना बिल्कुल ठीक नहीं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बचपन जी लेने दो
बचपन जी लेने दो
Dr.Pratibha Prakash
मां रा सपना
मां रा सपना
Rajdeep Singh Inda
दादाजी ने कहा था
दादाजी ने कहा था
Shashi Mahajan
हर जगह मुहब्बत
हर जगह मुहब्बत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
पानीपुरी (व्यंग्य)
पानीपुरी (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
फुर्सत से आईने में जब तेरा दीदार किया।
Phool gufran
Aaj 16 August ko likhane ka Ehsas Hua bite 2021 22 23 mein j
Aaj 16 August ko likhane ka Ehsas Hua bite 2021 22 23 mein j
Rituraj shivem verma
👩‍🌾कृषि दिवस👨‍🌾
👩‍🌾कृषि दिवस👨‍🌾
Dr. Vaishali Verma
VOICE OF INTERNAL SOUL
VOICE OF INTERNAL SOUL
SURYA PRAKASH SHARMA
इत्र, चित्र, मित्र और चरित्र
इत्र, चित्र, मित्र और चरित्र
Neelam Sharma
//सुविचार//
//सुविचार//
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह
हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह
Rj Anand Prajapati
गैरों से जायदा इंसान ,
गैरों से जायदा इंसान ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...