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19 Apr 2024 · 1 min read

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी कई मायनों में खास होती है।

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी कई मायनों में खास होती है। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को कामदा एकादशी कहा जाता है। यह हिंदू संवत्सर की पहली एकादशी होती है। यह बहुत ही फलदायी होती है इसलिये इसे फलदा एकादशी भी कहते हैं, मान्यता है कि कामदा एकादशी का व्रत रखने व्रती को प्रेत योनि से भी मुक्ति मिल सकती है। कामदा एकादशी की पूर्व संध्या पर, भक्त ‘सात्विक’ भोजन खाते हैं, जिसका अर्थ है सरल और पूरी तरह से शाकाहारी भोजन। हिन्दू धर्म के लोग मंत्र का उच्चारण कर भगवान का गुणगान करते हैं।19 अप्रैल को कामदा एकादशी है। इस साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की कामदा एकादशी तिथि 18 अप्रैल दिन गुरुवार को शाम 05 बजकर 31 मिनट पर शुरू होगी. इस तिथि की समाप्ति 19 अप्रैल दिन शुक्रवार को रात 08 बजकर 04 मिनट पर होगी. उदयातिथि की मान्यता के अनुसार, इस साल कामदा एकादशी का व्रत 19 अप्रैल शुक्रवार को रखा जाएगा.आपको और आपके परिवार को, कामदा एकादशी की शुभकामनाएं…..ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः भगवान विष्णु आपको सुख, शांति, समृद्धि,यश और कीर्ति प्रदान करें.💐💐🙏🙏

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