चेहरे बदल गए हैं
हम कैद में हैं अब भी, बस पहरे बदल गए हैं
बस जुल्म करने वाले चेहरे बदल गए हैं
अब तक हमारी चीखों की दास्तां वही है
हम अनसुने है, अब भी, बस बहरे बदल गए हैं
हम कैद में हैं अब भी, बस पहरे बदल गए हैं
बस जुल्म करने वाले चेहरे बदल गए हैं
अब तक हमारी चीखों की दास्तां वही है
हम अनसुने है, अब भी, बस बहरे बदल गए हैं