चेहरे पे लगा उनके अभी..
गीत…
चेहरे पे लगा उनके अभी वह गुलाल है।
पर मन में मेरे उठता रहा इक सवाल है।।
वादे वफा भूला के सभी छोड़ वो गये।
रिश्ते हमारे दिल से सभी तोड़ वो गये।।
राहों में अभी उनका महकता रुमाल है।
पर मन में मेरे उठता रहा इक सवाल है।।
कैसे भुलाये राग भरे ज़िन्दगी के पल।
उम्मीद हमारे जो गये रोशनी से जल।।
माना की उन्हें इसका बहुत ही मलाल है।
पर मन में मेरे उठता रहा इक सवाल है।।
अभिव्यक्त कर न पाये ज़माने की वेदना।
कर देती रही मुझको मेरी रागिनी मना।।
सपनों को वो बताने लगे बस ख़याल है।
पर मन में मेरे उठता रहा इक सवाल है।।
वैसे हमारे राग नहीं दिल से मिल सके।
बागों में कोई पुष्प इसी से न खिल सके।।
खुशहाल उन्हें देख के मन ये निहाल है।
पर मन में मेरे उठता रहा इक सवाल है।।
चेहरे पर अभी उनके लगा, वह गुलाल है।
पर मन में मेरे उठता रहा इक सवाल है।।
डाॅ. राजेन्द्र सिंह ‘राही’
(बस्ती उ. प्र.)