चेहरे उजले ,और हर इन्सान शरीफ़ दिखता है ।
चेहरे उजले ,और हर इन्सान शरीफ़ दिखता है ।
कैसी दास्ताँ है यह,
परदे के पीछे हर शक्स बिकता है ।।।।।
अश्विनी
चेहरे उजले ,और हर इन्सान शरीफ़ दिखता है ।
कैसी दास्ताँ है यह,
परदे के पीछे हर शक्स बिकता है ।।।।।
अश्विनी