चेहरा बनुुँ
चेहरा बनुुँ
किस्मत के खेल का मोहरा बनुँँ
बेहतर है कि चेहरा बनुँ ।
समझ के मुझको कोई रास्ता पा जाए
मुझसे सबक पा जाए कोई आसरा बनुँ ।
शवब बन जाऊँ मैै किसी के वास्ते
किसी की आँखों का ख्वाब सुनहरा बनुँ ।
चलते चलते नसीब बदलना नसीब की बात
नसीब को भी मिलती है मात ॰ सबक करारा बनुँ ।
माना कि धुप की दबीश की लम्बी है उमर
धुप खत्म होने तलक क्यों बैठा रहूँ ॰ ठहरा रहूँ ।