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24 Mar 2022 · 1 min read

चेहरा किताबी

आज खत आया तेरा जवाबी
पढ़ लिया मैने तेरा चेहरा किताबी

एक तमन्ना थी देखने की
वो पंखुड़ी गुलाब की
देख लिया मैने तेरे होठ गुलाबी

वैसे तो पीना छोड़ दिया था हमने
पर फिर मुझे पीना याद आया
देखकर तेरे नैन दो शराबी

तेरी हर अदा का कायल हूँ मैं
अब तो तुझे भी भा गया है
“विशाल” का अंदाज़ ये नवाबी.

राजीव विशाल (रोहतासी)
मो-8210666825

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 275 Views
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