“चुप ही रह जाती हैं”
दर्द बहुत है सीने में,
??पर तेरी मुस्कान दवा बन जाती है।
आंसू मेरे गिरते हैं ,
??पर तेरी आंखें सब कह जाती हैं ।
क्या रिश्ता है तेरा मेरा जबभी पुछू
??क्यों तू चुप ही रह जाती है।
दर्द बहुत है सीने में,
??पर तेरी मुस्कान दवा बन जाती है।
आंसू मेरे गिरते हैं ,
??पर तेरी आंखें सब कह जाती हैं ।
क्या रिश्ता है तेरा मेरा जबभी पुछू
??क्यों तू चुप ही रह जाती है।