चुनौती मानकर मैंने गले जिसको लगाया है।
चुनौती मानकर मैंने गले जिसको लगाया है।
कभी अपना बना था जो वही खंजर चुभाया है।।
न ये मालूम था मुझको कभी दुश्मन बनेगा वो,
जुदा मुझसे हुआ जब से घरौंदा फिर बनाया है।।
— ननकी 20/08/2024
चुनौती मानकर मैंने गले जिसको लगाया है।
कभी अपना बना था जो वही खंजर चुभाया है।।
न ये मालूम था मुझको कभी दुश्मन बनेगा वो,
जुदा मुझसे हुआ जब से घरौंदा फिर बनाया है।।
— ननकी 20/08/2024