Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Feb 2024 · 1 min read

चुनाव आनेवाला है

हो जाओ तैयार साथियों हो जाओ तैयार।
छोड़ो घर परिवार साथियों छोड़ो घर परिवार।।
नेता की ललकार साथियों छोड़ो घर परिवार।
करो समर्पित खुद को, कर दो घर परिवार।।
नेता जी एक मात्र करेंगे तेरा सपना साकार….हो जाओ तैयार

पार्टी को परिवार समझ लो यही तेरा परिवार।
नेता जी को पिता जी समझो वही तेरा संसार।।
पार्टी के द्वारा ही होगा तेरा जग उद्धार….हो जाओ तैयार

वेद की बानी नेता जी की वही राम साकार।
आदर्श कर्म नेता जी का ही करो मनन शतबार।
पार्टी तेरी नौका भाई नेता खेवनहार…हो जाओ तैयार

पहले तुमको फिर समाज को फिर देश बने आहार।
सबका खाना सबको खाना है इन सबका व्यापार।।
इनके पीछे सदा मनाओ दिवाली त्योहार…..हो जाओ तैयार

जय हिंद

Language: Hindi
1 Like · 179 Views

You may also like these posts

जिंदगी में जितने महत्व पूर्ण है
जिंदगी में जितने महत्व पूर्ण है
पूर्वार्थ
दिल के फ़साने -ग़ज़ल
दिल के फ़साने -ग़ज़ल
Dr Mukesh 'Aseemit'
भूल गए हैं
भूल गए हैं
आशा शैली
■ आज का नमन्।।
■ आज का नमन्।।
*प्रणय*
दिवस संवार दूँ
दिवस संवार दूँ
Vivek Pandey
वफ़ा का इनाम तेरे प्यार की तोहफ़े में है,
वफ़ा का इनाम तेरे प्यार की तोहफ़े में है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
राखी
राखी
Shashi kala vyas
शिक्षा हर मानव का गहना है।
शिक्षा हर मानव का गहना है।
Ajit Kumar "Karn"
*****गणेश आये*****
*****गणेश आये*****
Kavita Chouhan
Sydney Assignment Writers: Why Local Expertise Makes a Difference
Sydney Assignment Writers: Why Local Expertise Makes a Difference
Steve Austin
बीहनि कथा-
बीहनि कथा-"अंडरवियर"
मनोज कर्ण
कहां हो आजकल नज़र नहीं आते,
कहां हो आजकल नज़र नहीं आते,
Jyoti Roshni
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
सारे दुख दर्द होजाते है खाली,
Kanchan Alok Malu
हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात।
हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात।
Suryakant Dwivedi
दीपावली
दीपावली
surenderpal vaidya
वह कहते हैं, बच कर रहिए नज़र लग जाएगी,
वह कहते हैं, बच कर रहिए नज़र लग जाएगी,
Anand Kumar
दुमदार दोहे
दुमदार दोहे
seema sharma
*कुकर्मी पुजारी*
*कुकर्मी पुजारी*
Dushyant Kumar
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
पतंग*
पतंग*
Madhu Shah
*संवेदना*
*संवेदना*
Dr. Priya Gupta
मत रो मां
मत रो मां
Shekhar Chandra Mitra
कितना भी कर लीजिए, सांसों को पाबंद
कितना भी कर लीजिए, सांसों को पाबंद
RAMESH SHARMA
संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न
संघ के संगठन के सम्बन्ध में मेरे कुछ विचार 🙏संगठन में नियम न
ललकार भारद्वाज
पुरबी के जनक 'महेंद्र मिश्र
पुरबी के जनक 'महेंद्र मिश्र
Indu Singh
देश की वसुंधरा पुकारती
देश की वसुंधरा पुकारती
कार्तिक नितिन शर्मा
अर्थ के बिना
अर्थ के बिना
Sonam Puneet Dubey
" नजर "
Dr. Kishan tandon kranti
अब तो आई शरण तिहारी
अब तो आई शरण तिहारी
Dr. Upasana Pandey
Loading...