चुनावी जुमला
ये महंगाई के दौर में
कइसे होई गुजारा
गरीब-गुरबा लोग के
केहू नइखे सहारा…
(१)
डोलेला मंझधार में
गिरहस्थी के नांव
लउके ना अंधेरा में
दूर ले कवनो किनारा…
(२)
शिक्षा औरी स्वास्थ के
चिंता नाही केहू के
डिगरी लेके नौजवान
दर-दर भटके आवारा…
(३)
लेखक से कलाकार ले
सभे भईल दरबारी
मीडिया करेला रात-दिन
सरकार के जयकारा…
(४)
आमदनी अठन्नी तअ
खर्चा बाटे रुपैय्या
मज़दूर औरी किसान
अब का करो बेचारा…
(५)
क़ानून औरी बेवस्था
चुनावी जुमला निकलल
अदालत के फैसला आवे
हाकिम से पाके इशारा…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#नाकाम #असफल #दर्द #dream
#गीतकार #भोजपुरी #जनवादी #सच