चिलमन
चिलमन में भी बहार आ जाए,
तू जो हँस दे तो प्यार आ जाए।
बिखर जाए खुशबू इन बहारों में,
गर मेरे यार तू एकबार आ जाए।।
स्वरचित सह मौलिक
✍ निकेश कुमार ठाकुर
कटिहार ( बिहार)
चिलमन में भी बहार आ जाए,
तू जो हँस दे तो प्यार आ जाए।
बिखर जाए खुशबू इन बहारों में,
गर मेरे यार तू एकबार आ जाए।।
स्वरचित सह मौलिक
✍ निकेश कुमार ठाकुर
कटिहार ( बिहार)