चिराग जलाए नहीं
ll मुक्तक ll
मिलके साथ चलों तो कुछ बात बने ,
सुर नहीं सजे तो कैसे तान बने ।
काली रात में चिराग जलाए नहीं ,
उजाला दिखाकर तुम तो रात बने ।
शेख जाफर खान
ll मुक्तक ll
मिलके साथ चलों तो कुछ बात बने ,
सुर नहीं सजे तो कैसे तान बने ।
काली रात में चिराग जलाए नहीं ,
उजाला दिखाकर तुम तो रात बने ।
शेख जाफर खान