Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 May 2024 · 1 min read

चित्रकार

तुम स्वयं ही अपने चित्रकार
चल संवार अपना भाग्य संवार
अच्छी सोच सभ्य आचरण एवं
कर्मठता के प्रयासों से दे
स्वयं के जीवन को सुन्दर आकार
योग्यता अपनी-अपनी
बुद्धि, विवेक, एवं श्रम
की मथनी धैर्य,
लगन की स्याही
प्रयासों की की कूंजी
खोले भाग्य के द्वार
तुम स्वयं अपने चित्रकार
तो आगे बढ़ो
दृढ़ निश्चय की छैनी
कर्मठता का हथौड़ा
संवार अपना भाग्य संवार
तुम स्वयं ही अपने चित्रकार

1 Like · 119 Views
Books from Ritu Asooja
View all

You may also like these posts

प्रेम कविता
प्रेम कविता
अंकित आजाद गुप्ता
लूट कर चैन दिल की दुनिया का ,
लूट कर चैन दिल की दुनिया का ,
Phool gufran
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
Dr. Man Mohan Krishna
जय श्री राम
जय श्री राम
Dr Archana Gupta
कार्यक्रम का लेट होना ( हास्य-व्यंग्य)
कार्यक्रम का लेट होना ( हास्य-व्यंग्य)
Ravi Prakash
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
डॉ०प्रदीप कुमार दीप
वादा निभाना
वादा निभाना
surenderpal vaidya
आज गांवों में
आज गांवों में
Otteri Selvakumar
जाति
जाति
Ashwini sharma
कुछ एक आशू, कुछ एक आखों में होगा,
कुछ एक आशू, कुछ एक आखों में होगा,
goutam shaw
मेरे हृदय ने पूछा तुम कौन हो ?
मेरे हृदय ने पूछा तुम कौन हो ?
Manju sagar
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बात चली है
बात चली है
Ashok deep
किसी की मजबूरियों का फायदा उठाने वाले लोग।
किसी की मजबूरियों का फायदा उठाने वाले लोग।
Rj Anand Prajapati
इस सियासत की अगर मुझको अक्ल आ जाए
इस सियासत की अगर मुझको अक्ल आ जाए
Shweta Soni
जीवन की धूल ..
जीवन की धूल ..
Shubham Pandey (S P)
बात इस दिल की
बात इस दिल की
Dr fauzia Naseem shad
ख़त
ख़त
Dr. Rajeev Jain
#धरती के देवता
#धरती के देवता
Rajesh Kumar Kaurav
"स्पन्दन"
Dr. Kishan tandon kranti
“मेरी किताब “पुष्प -सार” और मेरी दो बातें”
“मेरी किताब “पुष्प -सार” और मेरी दो बातें”
DrLakshman Jha Parimal
विषय-संसार इक जाल।
विषय-संसार इक जाल।
Priya princess panwar
अब उनके हौसले भी पस्त होने लगे हैं,
अब उनके हौसले भी पस्त होने लगे हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नींद
नींद
Dr MusafiR BaithA
तुम्हीं सदगुरु तारणहार
तुम्हीं सदगुरु तारणहार
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
Shalini Mishra Tiwari
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"जीवन का सच्चा सुख"
Ajit Kumar "Karn"
वादा कर लो.....
वादा कर लो.....
sushil sarna
कविता हंसना
कविता हंसना
Akib Javed
Loading...