चित्त की बात
महीने में एक बार
बरसो में बार बार
मौका जरूर मिलता है
अपनी गलती सुधारने का
मौका मिले तो उसे चित्त के साथ मौका समझो
क्योंकि ऎसा काम जरूरी है ।
महीने में एक बार
बरसो में बार बार
मौका जरूर मिलता है
अपनी गलती सुधारने का
मौका मिले तो उसे चित्त के साथ मौका समझो
क्योंकि ऎसा काम जरूरी है ।