चाकू
6 कहानी= चाकू जो एक क्राइम कहानी रील=06
स्क्रिप्ट रौशन राय का
कहा जो भी करना है जल्दी करो अब मिडिया में जवाब देना बहुत मुश्किल हो रहा है। फिर सावित्री ने पुछा सर आरोही राय को कुछ पता चला की नही तो आॅफिसर ने कहा उधर भी कातिल का खोज जारी है पर कातिल तक पहुंचने का मार्ग नहीं मिला है और वो दिव्या जों आरोही राय से सम्पर्क की थी वो किसी दूसरे के मोबाइल से जिसके मोबाइल से दिव्या ने आरोही राय से बात की थी वो लड़का बहुत ही सरीफ हैं वो अभी भी हमारे आॅफिसर के साथ हैं और कहता है मेरा जरुरत जब भी होगा मैं खुद आपके पास हाजीर हों जाउंगा तो उसे क्या कह सकते है। उधर जे के सागर को अब अपने रास्ते से हटाने को मन में ठान लिया और अपने कमरे में बंद होकर प्लान बनाने लगा जे के समझ रहा था कि सागर को मारना इतना आसान नहीं होगा इसके लिए एक बिशेष लोग की जरूरत है पहले तो सागर के पसंद या ना पसंद की जानकारी लेने लगा बाद में पता चला कि सागर को पीजा बहुत पसंद हैं और वो अक्सर पीजा मंगाते रहता है तो जे के ने पीजा के होम डिलेवरी लड़के की तलाश करने लगा जिस सोसायटी में जे के, सागर, मालती, बुढ़िया काकी ये सब रहते थे वो सोसायटी एक ही है पर सबकी बिल्डिंग और विंग अलग-अलग हैं तो जे के ने सागर के विंग बी बिल्डिंग नंबर दो में जाकर सिक्युरिटी गार्ड से उस पीजा के होम डिलेवरी लड़के का नंबर लिया और चार दिन के बाद जे के ने उस लड़के को फोन किया और कहां हमारे लिए एक बटर पीजा लेके आओ तों लड़कें ने दुकान से सम्पर्क करने को कहा तों जे के ने कहा की मैं अभी आॉडर करता हूं तुम जल्दी लेके आओ। जे के ने तुरंत आॅडर दिया और वो लड़का पीजा ले के उनके घर पहुंच गया और बेल बजाया तो जे के ने डोर खोलकर लड़के को अंदर बुलाया और दरवाजा का कुंडी लगा दिया और उस लड़के को एक कुर्सी पर बैठने को कहा तो लड़के ने जे के को कहा सर हमें और भी आॅडर पर जाना होगा आप पीज़ा लेकर पेमेंट दे दिजिए तो जे के पीज़ा पेमेंट के लिए दो हजार का नोट दिया तों लड़कें ने कहा सर हमारे पास तो छुट्टा पैसे नहीं हैं आप छुट्टा पैसे ही हमें दिजिए तो जे के ने कहा कि तुम्हारे पीज़ा का मुल्य कितना हुआ तो लड़के ने कहा सर तेरह सौ पच्चीस रुपया ठीक है बाकी का तुम रख लो हमारे ओर से ये तुम्हारे लिए टिप्स हैं । लड़के के मन में तो लड्डू फुटने लगा और कहा क्या आदमी हैं ये लड़कें को जाते जाते जे के ने कहा की हमारे लिए पीज़ा तुम ही लेकर आना लड़के जी सर कहके वहां से चला गया और ऐसे ही जे के दस दिन तक पीज़ा मंगवाते रहा उस लड़के से और एक दिन कहा की तुम्हे रुपया कमाना है तो इस पीजा डिलेवरी से कुछ नहीं होने वाला है यदि हमारे कहें अनुसार काम करोगे तो एक ही बार में तुम्हारे पास भी बंगला कार हो जाएगा और अपने शैतानी दिमाग से उस लड़के को रिझाने लगा अंत में लड़के ने पुछ लिया की सर हम कैसे पैसा कमा सकते है तो जे के बोला तुम्हारे वश की बात नहीं है ये काम तो कोई जिगर वाला ही कर सकता है जे के लड़के को लोभ भी दे रहा था और हिम्मत भी। लड़के ने एक दिन बोल दिया कि आप जो काम कहेंगे मैं वो काम कर दुंगा तो जे के ने कहा की जाओ तुम सिर्फ पीज़ा डिलेवरी करो तो लड़के ने कहा सर बताइए न कौन सा काम करना होगा मुझे जिसमें बहुत पैसा मिल सके तो जे के ने कहा की बेटे मैं तुम से कहा न की ये काम तो कोई जिगर वाला ही कर सकता है ये लो तुम्हारा टिप्स और तुम जाओ जे के ने लड़के को इतना लोभ और हिम्मत दे दिया की वो खुद ही अपने मुंह से बोल पड़ा की यदि सर किसी का खुन भी करना पड़ेगा तो मैं करेगा बस मुझे आप पैसा कमाने की रास्ता दिखाइए तो जे के ने कहा की तुम कल अपना एकाउंट नंबर लेकर आना पहले मैं तुम्हें पैसा दुंगा पर काम करवाऊंगा अगले दिन लड़का बैंक का पास बुक लेके आया और जे के को दिया जे के ने पास बुक देख लिया और कहा की एक घंटे के बाद अपना बैलेंस चेक कर लेना पास बुक वापस लड़के को देते हुए कहा तुम जाओ कल मुझे बताना की तुम्हारे एकाउंट में कितना रुपया हैं लड़के का खुशी का ठिकाना न रहा और जे के को मुस्कुराते हुए नमस्कार करता हुआ निकल गया और एक घंटे के बाद जब वो बैलेंस चेक किया तो उनके एकाउंट पर दस लाख रुपया था लड़के का खुशी का ठिकाना नहीं था की वो कितना खुश था और वो कल का इंतजार वेसबरी से करने लगा और वो पल आ गया जिसके लिए वो लड़का इंतजार कर रहा था और पीज़ा का आॅडर आया और वो लड़का पीजा लेकर जे के के रुम में आंधी तूफान की तरह घुसा एकदम महकती गुलाम सा चेहरे लिए क्यों कि जे के दरवाजा पहले से खोलकर पर्दे के पीछे छुप गया डिलेवरी लड़के का उत्सुकता देखने को लड़का अंदर पहुंचते ही इधर उधर देखा और तुरंत आवाज दिया सर आप कहां हैं जे के चुप रहा लड़का फिर आवाज दिया सर मैं पीज़ा लेकर आ गया हूं। तो जे के वही से आवाज दिया ठीक है और पर्दे से बाहर आया लड़के को रहा नहीं जा रहा था वो बात बताने से की सर हमारे एकाउंट में दस लाख रुपया आ गया। जे के लड़के के खुशी को महसूस किया और पुछा क्या बात है आज तुम बहुत खुश नजर आ रहे हों। लड़का समय गंवाए बोल पड़ा हां सर आज तो मेरे लिए बहुत ही खुशी का दिन है। जे के ने कहा क्यों भाई तो लड़के ने कहा सर हमारे एकाउंट में दस लाख रुपया आ गया है। जे के समय गंवाए बोल पड़ा और आ सकता है अगर तुम चाहो तो पैसे का लालच किसी भी इंसान को कुछ भी करने को मजबुर कर सकता है आज यही हाल इस पीज़ा डिलेवरी लड़के का था इसको पता ही नही चल रहा था की ये श्रीमान जे के इन पर इतना मेहरबान क्यों हो रहा है। लड़का जैसा ही सुना की और आ सकता है तो झटाक से पुछ बैठा कैसे सर तो जे के ने कहा तुम काम करोगे तो लड़के ने कहा सर आप हमें कोई भी काम बोलिए मैं करुंगा तो जे के ने कहा तुम्हें एक मडर करना है तो लड़के ने कहा हां सर मैं करुंगा मडर पर रुपया मिलना चाहिए तो जे के ने कहा अभी तुम कौन-सा काम किये हो जो दस लाख रुपया तुम्हारे एकाउंट में पहुंच गया। डिलेवरी लड़का इसलिए सर मैं काम करुंगा और दुनिया के सारे आईस मौज करुंगा तो जे के ने कहा की तुम्हे एक मडर करना हैं और रास्ता मैं बताऊंगा जैसे जैसे मैं तुम्हें कहता हूं तुम करते चलो। लड़का बोला हां सर मैं करुंगा आप हमें रास्ता दिखाइए, जे के गुड कहके लड़के के हाथ में एक और दस हजार की गड्डी रख दिया और बोला जाओ आज पुरे दिन सोच समझ लो की तुम्हे काम करना है की नही ये रुपया तुम्हारे लिए हमारे ओर से खर्च के लिए और वो जो तुम्हारे एकाउंट में दस लाख रुपया हैं वो तुम्हारे घर वालों के लिए। लड़के पैसे लिए बड़ी प्रसन्नता के साथ जे के के कमरे से बाहर निकल और उपर देखा और बोला या अल्लाह तु हम पे मेहरबानी का बरसात कर दिया तुम्हें सौ बार शुक्रिया और पुरे दिन पैसे को खर्च किया उन्हें सोचने का मौका ही नहीं मिला वो अपने दोस्तों में थोड़ा बहुत पार्टी भी की और किसी को पैसे का राज नहीं बताया की उन्हें कहा से ये रुपया मिला और दोस्त भी ऐसा ही था उनको तो सिर्फ खानें पिने से मतलब था खाते पिते रात का दो बज गया और वो नशें में धुत होकर चुपके से घर आकर सो गया और सुबह हुआ और वो लड़का लगभग बारह बजे सो के उठा की जे के का फोन आया क्यों भाई पैसे खत्म हो गया तो और लें जाओं जे के उस डिलेवरी लड़के को कुछ सोचने का मौका ही नही दिया और कहा की तुम सोचकर बताओं जे के ने उनके चारों तरफ सिर्फ पैसा ही पैसा कर दिया। जे के ने उससे कहा की आ रहें हो या नहीं अगर नहीं आओगे तो कोई बात नहीं तुम्हारे एकाउंट से वो दस लाख किसी और के एकाउंट में चला जाएगा। इतना सुनते ही लड़का उछल पड़ा नहीं नहीं सर मैं एक घंटे में आपके पास पहुंचता हूं और वो पोना घण्टा में ही जे के के पास पहुंच गया।जे के ने कहा आओ आओ बैठो कहों कल कैसा बीता तुम्हारा तों लड़के ने सारे बात बता दिया और कहा सर लाइफ में पहली बार हमने कल जिंदगी जिया और मैं ऐसा ही जिना चाहता हूं और ये आप ही चाहेंगे तो ही संभव है, अच्छा बताओ की तुम्हारा नाम क्या हैं तों लड़के ने कहा सर मेरा नाम कुर्शेद हैं और तुम्हारे परिवार में कौन-कौन हैं तो कुर्शेद ने कहा हमारे परिवार में हम पांच भाई है और चार बहन हैं जे के वाह तुम्हारे तो बहुत बड़ा परिवार है। कुर्शेद बोला हां सर वो तो हैं।जे के अपने चेहरे का रंग बदला एक दम से मुरझा गया और कहां कुर्शेद क्या कहूं तुमसे मुझे एक आदमी जान से मारना चाहता है। की इतना सुनते ही डिलेवरी लड़के कुद पड़ा कौन है वो सर मुझे बताइए मैं उसको अल्लाह को प्यारा कर दुंगा वो आपको कुछ नुकसान करें उससे पहले मैं उनको मौत का निंद सुला दूंगा। तो जे के ने कहा इतना आसान नहीं है उसको मारना। कुर्शेद कहा कितना भी मुश्किल क्यों न हो मैं अपने जान पर खेल कर आपका ये समस्या खत्म करुंगा। तो जे के ने कहा अगर तुम पकड़ें गए तो तुम भी जेल जाओगे और मैं भी तो कुर्शेद ने कहा सर मै मर जाऊंगा पर आपका नाम नहीं लूंगा। तो जे के ने कहा की मर गया तुम्हें मारने वाले कुछ दिनों के लिए जेल होगा और मैं तुम्हारे मां बाप से सम्पर्क कर के तुम्हें जेल से छुड़वा लूंगा चाहें मेरा पैसा कितना भी खर्च हो हमारे पास एक से एक बड़ा वकील हैं। अब तो कुर्शेद अपने आप को हर तरह से सुरक्षित पाया और ये समझा ही नहीं की कहना जितना आसान होता है करना उतना ही मुश्किल पर पैसे के लालची इंसान को मुक्त का खानें का जो आदत हो जाता है तो वो ग़लत सही कहा देखता है कुर्शैद का अपना बुद्धि तो मर गया था वो सिर्फ जे के को अपने लिए अल्लाह का दुत समझ रहा था जो उनके लिए पैसे का भण्डार खोल दिया है
कहां हर रोज मेहनत कर के सात आठ सौ कमाने वाला अचानक से दस लाख पा गया और दस हजार रूपया खर्चा करने को मिल रहा है तो उनका दिमाग में तो आएगा ही की यही काम ठीक है। जब जे के ने देखा की कुर्शेद हर प्रकार से हमारे चुंगल में फस चुका है तब वो अपना मिशन पूरा करने को सोचने लगा और सारे बात तों वो कुर्शेद को संक्षेप में पहले बता दिया है और अब वो कुर्शेद को कैसे काम को अंजाम देना है वो समझाएगा। इधर सागर सावित्री देवी दोनों ने तय कर लिया की अकेले ना कहीं जाएंगे और उनका आॅफिसर ने वो एलर्ट यंत्र भेज दिया जो वाकई तारीफें कावील था और फोन पर सावित्री और सागर को उसके बारे में सब कुछ बता दिया सावित्री और सागर दोनों ने उस यंत्र के बारे में बढ़िया से समझ लिया वो एक दम मिस्टर इंडिया फिल्म के घड़ी जैसा था वो शरीर के तापमान से ही चार्ज होता था और जब उसे किसी चीज या व्यक्ति से खतरा होता तो वो यंत्र उस व्यक्ति के निगेटिव सोच को अपने अंदर खिंच कर पहले दो बार अर्थ देता ताकि ये दोनों सतर्क हो जाएं और जैसे ही वो ग़लत करने वाला व्यक्ति नजदीक आता तो वो एकदम से लाल बत्ती के संग तब तक जोड़ का शाॉट देता जब तक उस यंत्र को ये नहीं कह देता की मैं एलर्ट हूं ना कोई शोर ना ही हल्ला न किसी को पता चलता और अंदर ही अंदर दोनों सतर्क हो जातें और मौका देखकर उस व्यक्ति को पकड़ लेते। उधर आरोही राय शेखर और प्रताप को हर तरह से टाइट कर दिया और दिव्या के पहचान की निशान भी बता दिया जाते जाते आरोही राय ने दोनों से कहा किसी भी प्रकार की चालाकी तुम दोनों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है तुम दोनों की भलाई अब इसी में है की तुम मुझे हर पल ख़बर देते रहोगे और उस दिव्या को ढ़ुढंने में कानून का मदद करोगे नहीं तों तुम दोनों का भी वही अंजाम होगा जो उस कातिल का होगा क्योंकि तुम उसके काम करने में मदद किये हो वो चाहे अंजाने में हुआ हों या जान बुझकर पर गलती तो हुआ हैं और वहां से चल दी। आरोही राय के जातें ही दोनों आपस में बातें करने लगा कि हम किस मुसिबत में फस गए की अचानक शेखर को याद आया की अरे प्रताप तुम्हारे ही बहन के दाहिने होंठ पर दो छोटे छोटे तील हैं और वो सुंदर भी है। प्रताप इतना सुनते ही गुस्सा से लाल हो गया और बोला तेरा दिमाग ठीक है की नही कुछ भी बोल देता है। शेखर प्रताप को समझाते हुए कहा की हम दोनों एक बार उनसे सिर्फ पुछते है इसमेें गुस्सा करने की क्या बात है। प्रताप और अधिक क्रोधित हो गया और बोला इसके बाद और एक भी