Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Aug 2021 · 1 min read

चश्मे चिराग

हमने अपने चश्मे चिराग रोशन किए ,
तुम्हारे राहों को रोशन करने को ।
तुम तो ना गुजरे हमारी गली से ,
अब तुम्हीं बताओ बुझा दें क्या इनको ?

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 4 Comments · 212 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
You may also like:
दुनिया सारी मेरी माँ है
दुनिया सारी मेरी माँ है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ज़िंदगी को जीना है तो याद रख,
ज़िंदगी को जीना है तो याद रख,
Vandna Thakur
भारत के जोगी मोदी ने --
भारत के जोगी मोदी ने --
Seema Garg
*हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻*
*हिंदी की बिंदी भी रखती है गजब का दम 💪🏻*
Radhakishan R. Mundhra
वेदना की संवेदना
वेदना की संवेदना
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
दिल नहीं
दिल नहीं
Dr fauzia Naseem shad
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
VINOD CHAUHAN
एक टहनी एक दिन पतवार बनती है,
एक टहनी एक दिन पतवार बनती है,
Slok maurya "umang"
गृहणी का बुद्ध
गृहणी का बुद्ध
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
छोटी-सी बात यदि समझ में आ गयी,
छोटी-सी बात यदि समझ में आ गयी,
Buddha Prakash
वो ख्वाबों में अब भी चमन ढूंढते हैं ।
वो ख्वाबों में अब भी चमन ढूंढते हैं ।
Phool gufran
चलो दूर चले
चलो दूर चले
Satish Srijan
मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ।
मुझे मुझसे हीं अब मांगती है, गुजरे लम्हों की रुसवाईयाँ।
Manisha Manjari
अधूरी सी ज़िंदगी   ....
अधूरी सी ज़िंदगी ....
sushil sarna
🙅आज की भड़ास🙅
🙅आज की भड़ास🙅
*प्रणय प्रभात*
"द्रौपदी का चीरहरण"
Ekta chitrangini
2389.पूर्णिका
2389.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मेरी पहली होली
मेरी पहली होली
BINDESH KUMAR JHA
****शीतल प्रभा****
****शीतल प्रभा****
Kavita Chouhan
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
चलो एक बार फिर से ख़ुशी के गीत गाएं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था
जब हम गरीब थे तो दिल अमीर था "कश्यप"।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
वीर रस की कविता (दुर्मिल सवैया)
वीर रस की कविता (दुर्मिल सवैया)
नाथ सोनांचली
ओ परबत  के मूल निवासी
ओ परबत के मूल निवासी
AJAY AMITABH SUMAN
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
हसरतों के गांव में
हसरतों के गांव में
Harminder Kaur
रंगों की दुनिया में हम सभी रहते हैं
रंगों की दुनिया में हम सभी रहते हैं
Neeraj Agarwal
संसार चलाएंगी बेटियां
संसार चलाएंगी बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
मजदूर की अन्तर्व्यथा
मजदूर की अन्तर्व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
किसी भी वार्तालाप की यह अनिवार्यता है कि प्रयुक्त सभी शब्द स
किसी भी वार्तालाप की यह अनिवार्यता है कि प्रयुक्त सभी शब्द स
Rajiv Verma
श्रीमान - श्रीमती
श्रीमान - श्रीमती
Kanchan Khanna
Loading...