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29 Jun 2021 · 1 min read

चल अकेली

चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
सदियों पुरानी
दुनिया लेकिन
चेतना तू
नई नवेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
कोई तेरा
क्या कर लेगा
गार्गी की
तू सहेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
विशाखा बनकर
तू सुलझाई
बौद्ध दर्शन की
अबूझ पहेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
राबिया के साथ
तू पली तो
मीरा के साथ
तू खेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
अस्मिता के
प्रश्न पर
द्रोपदी बनकर
क्या-क्या झेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
जुलेखा की
हमजोली तो
लल्ला की
तू चेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
चल अकेली
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#freedomofspeech
#feministPoetry
#AnthomOfFeminism
#FeminismManifesto

Language: Hindi
Tag: गीत
207 Views
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