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8 May 2024 · 1 min read

चलो हम दोनों हमसफर बन जाते हैं

चलो हम दोनों हमसफर बन जाते हैं,
कभी न बिछड़ेगे हम तुम, साथी इस कदर बन जाते हैं।

तुम्हारा नाम हो मेरी हथेली की लकीरों में और मैं हो जाऊ शामिल तुम्हारे नसीब में,
आओ ऐसे एक दूसरे का मुकद्दर बन जाते हैं।

तुम्हारे दिल में रहूं और तुम बस जाओ मेरी धड़कन में,
यूं ही हम इक दूजे का घर बन जाते हैं।

तुमसे न बिछड़ू कभी मैं, न ही तुम रहो दूर मुझसे,
आओ ऐसा कुछ मिलकर बन जाते हैं।

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