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1 Aug 2024 · 1 min read

चलो चुरा लें आज फिर,

चलो चुरा लें आज फिर,
दिल से दिल के ख्वाब ।
अहसासों के वर्क में ,
महके एक गुलाब ।।

सुशील सरना

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