चलो चलो हम योग करें _________ गीत
काया निरोगी सदा रहेगी,”योगा” ही महामंत्र है।
वेद ऋचाओं में मिलते है,जिसके अनेकों सूत्र है।
चलो चलो हम योग करे,तन मन अपना निरोग करे।।
छोड़ बिछोंना जल्दी अपना,नित्यकर्म से निवृत हो
बिछाके आसन,कुछ पल ध्यान साधना में रत हो।।
एक नहीं अनेकों ही, है योगासन मेरे भाई।
तेरे ऊपर है यह तूने किसमे रुचि दिखलाई।।
जो भी कर लेगा तू आसन वही दूर रोग करे।।
चलो चलो हम योग करे ______________।।
तन स्वस्थ मन प्रसन्न रहेगा,काम सुगम सब हो जाते।
मिलती अंदर से मजबूती,दुख दर्द सारे ही खो जाते।।
संतो महंतो ऋषियों ने,खजाना हमको यह तो दिया।
जिसने इनको सहेजा,मानव वह तो हस के जिया।।
जीवन पूंजी खूब चलेगी,दुनियां के सारे लोग करे।।
चलो चलो हम योग करें ________________।।
**सबके प्रसन्न व निरोग रहने की कामना के साथ “”योग दिवस””
की शुभकामनाएं!!!!!!!!
राजेश व्यास अनुनय