चलिये उस जहाँ में चलते हैं
चलिये उस जहाँ में चलते हैं
जहाँ रिश्तों का नाम न हो
न हो दिल के धड़कने पर बंदिश कोई
न ख्वाब देखने से कोई इल्ज़ाम हो
हिमांशु Kulshrestha
चलिये उस जहाँ में चलते हैं
जहाँ रिश्तों का नाम न हो
न हो दिल के धड़कने पर बंदिश कोई
न ख्वाब देखने से कोई इल्ज़ाम हो
हिमांशु Kulshrestha