चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
माता पिता की दी हुई जिंदगी का कर्ज आज तक कोई भी
नहीं चुका पाया
चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
माता पिता की दी हुई जिंदगी का कर्ज आज तक कोई भी
नहीं चुका पाया