Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jul 2024 · 1 min read

चर्चा बा राजधानी में

चर्चा बा राजधानी में
गईल भैंसिया पानी में…
(१)
का बची औरी का जाई
कुर्सी के खिंचातानी में…
(२)
समझ ना आईल साजिश
जनता के नादानी में…
(३)
खुलके धांधली भईल
असो के परधानी में…
(४)
फेरू विपक्ष हार गईल
सरकार से बेईमानी में…
(५)
सबसे ऊंचा बोली लागल
मीडिया के नीलामी में…
(६)
दिल के दाग ना छिपी
अब एको रामनामी में…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#भोजपुरी_गीत #चुनाव_आयोग
#सुप्रीम_कोर्ट #गोदी_मीडिया
#राजनीति #जनवादी_गीतकार

Language: Bhojpuri
Tag: गीत
13 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बना चाँद का उड़न खटोला
बना चाँद का उड़न खटोला
Vedha Singh
We just dream to  be rich
We just dream to be rich
Bhupendra Rawat
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
Wait ( Intezaar)a precious moment of life:
पूर्वार्थ
मुक्तक
मुक्तक
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*आदित्य एल-1मिशन*
*आदित्य एल-1मिशन*
Dr. Priya Gupta
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
कभी धूप तो कभी बदली नज़र आयी,
Rajesh Kumar Arjun
जुदा नहीं होना
जुदा नहीं होना
Dr fauzia Naseem shad
ਮੁੜ ਆ ਸੱਜਣਾ
ਮੁੜ ਆ ਸੱਜਣਾ
Surinder blackpen
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
सत्य जब तक
सत्य जब तक
Shweta Soni
मौज  कर हर रोज कर
मौज कर हर रोज कर
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
Rituraj shivem verma
भारत के वीर जवान
भारत के वीर जवान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
लपवून गुलाब देणारा व्यक्ती आता सगळ्यांसमोर आपल्या साठी गजरा
लपवून गुलाब देणारा व्यक्ती आता सगळ्यांसमोर आपल्या साठी गजरा
Kanchan Alok Malu
आवारा परिंदा
आवारा परिंदा
साहित्य गौरव
कानून में हाँफने की सजा( हास्य व्यंग्य)
कानून में हाँफने की सजा( हास्य व्यंग्य)
Ravi Prakash
*मेरे मम्मी पापा*
*मेरे मम्मी पापा*
Dushyant Kumar
माँ
माँ
Dr. Pradeep Kumar Sharma
गम
गम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
देखने का नजरिया
देखने का नजरिया
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"वरना"
Dr. Kishan tandon kranti
काली स्याही के अनेक रंग....!!!!!
काली स्याही के अनेक रंग....!!!!!
Jyoti Khari
#शुभ_रात्रि
#शुभ_रात्रि
*प्रणय प्रभात*
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त  - शंका
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक - अरुण अतृप्त - शंका
DR ARUN KUMAR SHASTRI
दिये को रोशन बनाने में रात लग गई
दिये को रोशन बनाने में रात लग गई
कवि दीपक बवेजा
ख्वाब हो गए हैं वो दिन
ख्वाब हो गए हैं वो दिन
shabina. Naaz
जिस सनातन छत्र ने, किया दुष्टों को माप
जिस सनातन छत्र ने, किया दुष्टों को माप
Vishnu Prasad 'panchotiya'
3096.*पूर्णिका*
3096.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस )
हां मैं ईश्वर हूँ ( मातृ दिवस )
Raju Gajbhiye
Loading...