चर्चा बा राजधानी में
चर्चा बा राजधानी में
गईल भैंसिया पानी में…
(१)
का बची औरी का जाई
कुर्सी के खिंचातानी में…
(२)
समझ ना आईल साजिश
जनता के नादानी में…
(३)
खुलके धांधली भईल
असो के परधानी में…
(४)
फेरू विपक्ष हार गईल
सरकार से बेईमानी में…
(५)
सबसे ऊंचा बोली लागल
मीडिया के नीलामी में…
(६)
दिल के दाग ना छिपी
अब एको रामनामी में…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
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