Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2022 · 1 min read

चयनात्मक दृष्टिकोण

सावधानीपूर्वक चयनात्मक दृष्टिकोण अक्सर स्थिति और उपलब्ध संसाधनों के उचित समायोजन के अभाव में
कार्य सिद्धि को कठिन बना देता है।

Language: Hindi
258 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
इतनी मिलती है तेरी सूरत से सूरत मेरी ‌
इतनी मिलती है तेरी सूरत से सूरत मेरी ‌
Phool gufran
"सब्र"
Dr. Kishan tandon kranti
THE GREY GODDESS!
THE GREY GODDESS!
Dhriti Mishra
चंचल मन***चंचल मन***
चंचल मन***चंचल मन***
Dinesh Kumar Gangwar
2546.पूर्णिका
2546.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम सम्भलकर चलो
तुम सम्भलकर चलो
gurudeenverma198
प्यार के ढाई अक्षर
प्यार के ढाई अक्षर
Juhi Grover
गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम
गर्म दोपहर की ठंढी शाम हो तुम
Rituraj shivem verma
"मुझे हक सही से जताना नहीं आता
पूर्वार्थ
■ हंसी-ठट्ठे और घिसे-पिटे भाषणों से तो भला होगा नहीं।
■ हंसी-ठट्ठे और घिसे-पिटे भाषणों से तो भला होगा नहीं।
*प्रणय प्रभात*
आप और हम
आप और हम
Neeraj Agarwal
एक विचार पर हमेशा गौर कीजियेगा
एक विचार पर हमेशा गौर कीजियेगा
शेखर सिंह
Jindagi Ke falsafe
Jindagi Ke falsafe
Dr Mukesh 'Aseemit'
// जनक छन्द //
// जनक छन्द //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वसंत की बहार।
वसंत की बहार।
Anil Mishra Prahari
पिछले पन्ने भाग 1
पिछले पन्ने भाग 1
Paras Nath Jha
वो सबके साथ आ रही थी
वो सबके साथ आ रही थी
Keshav kishor Kumar
अरे रामलला दशरथ नंदन
अरे रामलला दशरथ नंदन
Neeraj Mishra " नीर "
मेरी कलम
मेरी कलम
Shekhar Chandra Mitra
इंतजार युग बीत रहा
इंतजार युग बीत रहा
Sandeep Pande
प्रेम का अंधा उड़ान✍️✍️
प्रेम का अंधा उड़ान✍️✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
रमेशराज के शिक्षाप्रद बालगीत
रमेशराज के शिक्षाप्रद बालगीत
कवि रमेशराज
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
श्री श्याम भजन 【लैला को भूल जाएंगे】
Khaimsingh Saini
मेरी अना को मेरी खुद्दारी कहो या ज़िम्मेदारी,
मेरी अना को मेरी खुद्दारी कहो या ज़िम्मेदारी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
मैं भविष्य की चिंता में अपना वर्तमान नष्ट नहीं करता क्योंकि
Rj Anand Prajapati
*आस्था*
*आस्था*
Dushyant Kumar
जन पक्ष में लेखनी चले
जन पक्ष में लेखनी चले
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
मैं नहीं, तू ख़ुश रहीं !
मैं नहीं, तू ख़ुश रहीं !
The_dk_poetry
Loading...