चमकता तो मैं भी चाँद की तरह,
चमकता तो मैं भी चाँद की तरह,
बस काले बादलों ने घेर लिया।
मुझे इंतज़ार उन हवाओं का है,
जो मुझे उड़ने को पंख लगा दें।
बिंदेश कुमार झा
चमकता तो मैं भी चाँद की तरह,
बस काले बादलों ने घेर लिया।
मुझे इंतज़ार उन हवाओं का है,
जो मुझे उड़ने को पंख लगा दें।
बिंदेश कुमार झा