चन्द्रघन्टा माँ
चन्द्रघन्टा माँ
शक्तिस्वरूपा ,
चन्द्रघन्टा माँ ,
तेरे शीश झुकाऊँ ,
आरती उतारूँ ,
जगतमाता।
आदिशक्ति ,
हे जगदम्बे ,
सुन लो पुकार ,
अंतर्मन विराजो ,
स्तुति करते ,
सिंहवाहिनी।
दिव्यस्वरूपा ,
सौम्य विन्रमता ,
स्वर्ण रंग चमकीला ,
खड्ग खप्परधारी ,
जगतजननी।
ऐं श्रीं शक्तयै नमः
शशिकला व्यास शिल्पी ✍️🙏🚩