चन्द्रघण्टा माता
कुण्डलिया
नवराते दिन तीसरा, करलो माँ का ध्यान।
सुख सम्रद्धि का माँ मुझे, कर आशीष प्रदान।
कर आशीष प्रदान, चन्द्रघण्टा माँ रानी।
अर्ध चन्द्र है माथ, कमंडल हाथ भवानी।
एक हस्त में पुष्प, केतकी माला माते ।
रत्न जड़ित है मुकुट, मातु पूजे नवराते।
अभिनव मिश्र”अदम्य