Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Jun 2021 · 1 min read

चंद रोज़ पहले ही उनसे मुलाक़ात हुई – मुक्तक

१.

चंद रोज़ पहले ही उनसे मुलाक़ात हुई
नज़रों से नज़रें मिलीं, पर न कोई बात हुई

कछ हमारी धड़कनें बढ़ीं , कछ उनका दिल बेकरार हुआ
तमन्ना जवां हुई , नज़रों से दिल की बात हुई

२.

वो भी करार हुए हम भी बेकरार हुए
दिल से दिल कीं राह मिली , हमारी मुलाक़ात हुई

उनको हमारी मुहब्बत पर गुमान था
न जाने दुनियां को हमारी ये मुहब्बत न रास हुई

3.

प्यार के उन लम्हों को न भूलेंगे हम
चाँद की रोशनी में मिले थे हम

बाहों मे बाहें , लबों पर लब थे
उन एहसासों को यूं न भूलेंगे हम

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 373 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

🙅सीधी-बात🙅
🙅सीधी-बात🙅
*प्रणय*
*कितनों से रिश्ते जुड़े नए, कितनों से जुड़कर छूट गए (राधेश्य
*कितनों से रिश्ते जुड़े नए, कितनों से जुड़कर छूट गए (राधेश्य
Ravi Prakash
संगदिल
संगदिल
Aman Sinha
खुली तस्वीर को
खुली तस्वीर को
Arvind trivedi
"रक्त उज्जवला स्त्री एवं उसके हार"
उमेश बैरवा
#मीठा फल
#मीठा फल
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
हमेशा तेरी याद में
हमेशा तेरी याद में
Dr fauzia Naseem shad
"सदियाँ गुजर गई"
Dr. Kishan tandon kranti
54….बहर-ए-ज़मज़मा मुतदारिक मुसम्मन मुज़ाफ़
54….बहर-ए-ज़मज़मा मुतदारिक मुसम्मन मुज़ाफ़
sushil yadav
हमे निज राह पे नित भोर ही चलना होगा।
हमे निज राह पे नित भोर ही चलना होगा।
Anamika Tiwari 'annpurna '
मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ
मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ
Neeraj Mishra " नीर "
श्रम करो! रुकना नहीं है।
श्रम करो! रुकना नहीं है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
उम्र के उस पड़ाव पर पहुंचे जब किसी के साथ की बेहद जरूरत होती
उम्र के उस पड़ाव पर पहुंचे जब किसी के साथ की बेहद जरूरत होती
Rekha khichi
मेरी जिंदगी की खुशियां तेरे नाम करूंगा
मेरी जिंदगी की खुशियां तेरे नाम करूंगा
कृष्णकांत गुर्जर
फितरत
फितरत
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
यूँ ही नही लुभाता,
यूँ ही नही लुभाता,
हिमांशु Kulshrestha
మనిషి ఓ మరమనిషి తెలుసుకో ఈ ప్రపంచపది..
మనిషి ఓ మరమనిషి తెలుసుకో ఈ ప్రపంచపది..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
हंस भेस में आजकल,
हंस भेस में आजकल,
sushil sarna
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
एक अच्छी जिंदगी जीने के लिए पढ़ाई के सारे कोर्स करने से अच्छा
Dr. Man Mohan Krishna
प्रेमनगर
प्रेमनगर
Rambali Mishra
ମଣିଷ ଠାରୁ ଅଧିକ
ମଣିଷ ଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
शीर्षक - दीपावली
शीर्षक - दीपावली
Neeraj Agarwal
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
जब आए शरण विभीषण तो प्रभु ने लंका का राज दिया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
हिंदी दिवस
हिंदी दिवस
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
दुनिया की अनोखी पुस्तक सौरभ छंद सरोवर का हुआ विमोचन
दुनिया की अनोखी पुस्तक सौरभ छंद सरोवर का हुआ विमोचन
The News of Global Nation
पाया हमने आपका , सबका इतना प्यार
पाया हमने आपका , सबका इतना प्यार
Dr Archana Gupta
2524.पूर्णिका
2524.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
संवेदना ही सौन्दर्य है
संवेदना ही सौन्दर्य है
Ritu Asooja
होली में संग हो ली
होली में संग हो ली
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
तसव्वुर
तसव्वुर
Shyam Sundar Subramanian
Loading...