चंद्र मौली भाल हो
सिंहावलोकन
भाल हो चरण शिव, नीलकंठ नटराज.
करुणा कृपालु हर,जय महाकाल हो.
काल हो बिनत नत, महादेव रुद्रावत.
त्रिकालग्य शिव शंभू, जगत की ढाल हो.
ढाल हो कैलाश नाथ,आशुतोष भोलेनाथ.
नाथ शिव शंभू जैसा, देव शिवा लाल हो.
लाल हो गणेश जैसा, कार्तिकेय देव जैसा.
नाश करें पापियों का, चंद्रमौली भाल हो.
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम