घोर अंधकार है जहाँ, न दिखे है आकार l
घोर अंधकार है जहाँ, न दिखे है आकार l
घोर अंधकार है जहाँ, ना जीमो आहार ll
घोर अंधकार है जहाँ, सदा रहो तैयार l
घोर अंधकार है जहाँ, ना दिखे यार प्यार ll
घोर अंधकार है जहाँ, सही नहीं व्यवहार l
घोर अंधकार है जहाँ, न हो सके व्यापार ll
घोर अंधकार है जहाँ, मति नैना संहार l
घोर अंधकार है जहाँ, प्यास सही ना यार ll
अरविन्द व्यास “प्यास”