घृणा
* घृणा (वर्ण पिरामिड)
हो
घृणा
पाप से
नैतिकता
हर क़ीमत
पर कायम हो
पंथ प्रिय शुचि हो।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।
* घृणा (वर्ण पिरामिड)
हो
घृणा
पाप से
नैतिकता
हर क़ीमत
पर कायम हो
पंथ प्रिय शुचि हो।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।