Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Apr 2017 · 1 min read

घूँघट

मर्यादा का घूँघट,मत खोल राधा प्यारी।
तेरे नैनो के दीवाने,हैं मोहन कृष्ण मुरारी।।

सजती माथे पर बिंदिया,
शत् दीप प्रज्वल्लित होते।

जब-जब छनके पायलिया,
मोहित मयूर सुध खोते।।

कल्पना है मोहन की,राधा वृषभानु दुलारी।
तेरे नैनो के दीवाने,है मोहन कृष्ण मुरारी।।

मर्यादा का घूँघट,मत खोल राधा प्यारी।
तेरे नैनो के ……

छवि रूप राशि मन मोहन,
मोहित करते मृदु बैना।

लगे चन्द्र लजाता जैसे,
घूँघट धर ओट दो नैना।।

दिन रैन राह तकते है,यमुना तट कुञ्ज बिहारी।
तेरे नैनो के दीवाने,है मोहन कृष्ण मुरारी।।

मर्यादा का घूँघट,मत खोल राधा प्यारी।
तेरे नैनो के दीवाने……

शाम्भवी मिश्रा

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 478 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल --
ग़ज़ल --
Seema Garg
ঈশ্বর কে
ঈশ্বর কে
Otteri Selvakumar
"तेरा-मेरा"
Dr. Kishan tandon kranti
9--🌸छोड़ आये वे गलियां 🌸
9--🌸छोड़ आये वे गलियां 🌸
Mahima shukla
*Perils of Poverty and a Girl child*
*Perils of Poverty and a Girl child*
Poonam Matia
आह
आह
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
आशिक़ का किरदार...!!
आशिक़ का किरदार...!!
Ravi Betulwala
बुढ़ापा
बुढ़ापा
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
अपना दर्द छिपाने को
अपना दर्द छिपाने को
Suryakant Dwivedi
जिंदगी जी कुछ अपनों में...
जिंदगी जी कुछ अपनों में...
Umender kumar
भ्रातत्व
भ्रातत्व
Dinesh Kumar Gangwar
इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
इंसानों के अंदर हर पल प्रतिस्पर्धा,स्वार्थ,लालच,वासना,धन,लोभ
Rj Anand Prajapati
मनुष्य भी जब ग्रहों का फेर समझ कर
मनुष्य भी जब ग्रहों का फेर समझ कर
Paras Nath Jha
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
प्रेम के दो  वचन बोल दो बोल दो
प्रेम के दो वचन बोल दो बोल दो
Dr Archana Gupta
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
उम्मीद कभी तू ऐसी मत करना
gurudeenverma198
आवाज़
आवाज़
Dipak Kumar "Girja"
Udaan Fellow Initiative for employment of rural women - Synergy Sansthan, Udaanfellowship Harda
Udaan Fellow Initiative for employment of rural women - Synergy Sansthan, Udaanfellowship Harda
Desert fellow Rakesh
बदल चुका क्या समय का लय?
बदल चुका क्या समय का लय?
Buddha Prakash
खत और समंवय
खत और समंवय
Mahender Singh
नव-निवेदन
नव-निवेदन
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
बात तो कद्र करने की है
बात तो कद्र करने की है
Surinder blackpen
खुद ही परेशान हूँ मैं, अपने हाल-ऐ-मज़बूरी से
खुद ही परेशान हूँ मैं, अपने हाल-ऐ-मज़बूरी से
डी. के. निवातिया
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
बच्चे पैदा करना बड़ी बात नही है
Rituraj shivem verma
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
*प्रणय*
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
देख चिता शमशान में,
देख चिता शमशान में,
sushil sarna
रूपमाला
रूपमाला
डॉ.सीमा अग्रवाल
4024.💐 *पूर्णिका* 💐
4024.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बढ़ता कदम बढ़ाता भारत
बढ़ता कदम बढ़ाता भारत
AMRESH KUMAR VERMA
Loading...