*** घुंध ***
फैली है धुंध जीवन में साफ दिखलायी नहीं देता
जिंदगी की हरियाली तक हमें जाने नहीं देता
कहता है सेतु जीवन का धुंध के पार खुशहाली
बन्धन मोहमाया का मगर उस पार जाने नहीं देता
?मधुप बैरागी
फैली है धुंध जीवन में साफ दिखलायी नहीं देता
जिंदगी की हरियाली तक हमें जाने नहीं देता
कहता है सेतु जीवन का धुंध के पार खुशहाली
बन्धन मोहमाया का मगर उस पार जाने नहीं देता
?मधुप बैरागी