Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Mar 2022 · 1 min read

घर बेच दिया

भाग्य ने भी उसपर ऐसा सितम किया
उसने बेटी की शादी के लिए घर बेच दिया.

✍️✍️ Dheerendra Panchal (Dheeru)

Language: Hindi
Tag: शेर
4 Likes · 2 Comments · 251 Views

You may also like these posts

ऋषि अष्टावक्र
ऋषि अष्टावक्र
Indu Singh
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"जो पास है उसकी कद्र नहीं है ll
पूर्वार्थ
चाह
चाह
Dr. Rajeev Jain
नहीं है
नहीं है
Arvind trivedi
तेरी खामोशी की आवाज़ सुनती रही
तेरी खामोशी की आवाज़ सुनती रही
Chitra Bisht
*मां तुम्हारे चरणों में जन्नत है*
*मां तुम्हारे चरणों में जन्नत है*
Krishna Manshi
2764. *पूर्णिका*
2764. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अदम्य जिजीविषा के धनी श्री राम लाल अरोड़ा जी
अदम्य जिजीविषा के धनी श्री राम लाल अरोड़ा जी
Ravi Prakash
सत्य बोलना,
सत्य बोलना,
Buddha Prakash
लेकर तुम्हारी तस्वीर साथ चलता हूँ
लेकर तुम्हारी तस्वीर साथ चलता हूँ
VINOD CHAUHAN
बुझदिल
बुझदिल
Dr.Pratibha Prakash
"तुम्हें राहें मुहब्बत की अदाओं से लुभाती हैं
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन में चुनौतियां हर किसी
जीवन में चुनौतियां हर किसी
नेताम आर सी
पड़ोसन ने इतरा कर पूछा-
पड़ोसन ने इतरा कर पूछा- "जानते हो, मेरा बैंक कौन है...?"
*प्रणय*
बंदर ऊदबिलाव
बंदर ऊदबिलाव
RAMESH SHARMA
कुछ रह गया बाकी
कुछ रह गया बाकी
Vivek Pandey
10) “वसीयत”
10) “वसीयत”
Sapna Arora
शिव छन्द
शिव छन्द
Neelam Sharma
मुझे मेरी पहचान चाहिए
मुझे मेरी पहचान चाहिए
MEENU SHARMA
ग़ज़ल -ख़बर से ही भरोसा जा रहा है
ग़ज़ल -ख़बर से ही भरोसा जा रहा है
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
तन्हाई को जीते जीते
तन्हाई को जीते जीते
हिमांशु Kulshrestha
"मजदूर"
Dr. Kishan tandon kranti
भले ही भारतीय मानवता पार्टी हमने बनाया है और इसका संस्थापक स
भले ही भारतीय मानवता पार्टी हमने बनाया है और इसका संस्थापक स
Dr. Man Mohan Krishna
- कलयुग में ऐसे भाई नही मिलेंगे -
- कलयुग में ऐसे भाई नही मिलेंगे -
bharat gehlot
गणतंत्र
गणतंत्र
लक्ष्मी सिंह
आ जाओ अब कृष्ण कन्हाई,डरा रही है तन्हाई
आ जाओ अब कृष्ण कन्हाई,डरा रही है तन्हाई
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
"संस्कार'
DrLakshman Jha Parimal
कलम की दुनिया
कलम की दुनिया
Dr. Vaishali Verma
ईश्क अतरंगी
ईश्क अतरंगी
Sonu sugandh
Loading...