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23 Jul 2018 · 1 min read

घर -घर में मंदिर मस्जिद हैं

घर -घर में मंदिर मस्जिद हैं l
फिर भी क्यों इन्साफ नहीं है ll
मन के कोने में बैठा है l
नफरत का शैतान यहाँ है ll
राजकिशोर मिश्र ‘राज’ प्रतापगढ़ी

Language: Hindi
235 Views
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