घर -घर में मंदिर मस्जिद हैं
घर -घर में मंदिर मस्जिद हैं l
फिर भी क्यों इन्साफ नहीं है ll
मन के कोने में बैठा है l
नफरत का शैतान यहाँ है ll
राजकिशोर मिश्र ‘राज’ प्रतापगढ़ी
घर -घर में मंदिर मस्जिद हैं l
फिर भी क्यों इन्साफ नहीं है ll
मन के कोने में बैठा है l
नफरत का शैतान यहाँ है ll
राजकिशोर मिश्र ‘राज’ प्रतापगढ़ी