घर घर तिरंगा अब फहराना है
घर घर तिरंगा अब फहराना है,
आजादी का बिगुल बजाना है।
जो साथी पिछड़ गए है दौड़ में,
उन सबको साथ में अब लाना है।।
आजादी के 75 वर्ष पूरे हुए है,
इस वर्ष हीरक जयंती मनाना है।
जो मूल सुविधाओ से वंचित है,
उनको सब सुविधाएं दिलाना है।।
ये आजादी बड़ी मुश्किल से पाई थी,
लाखो वीरो ने अपनी जान गवांई थी।
करे उन वीरो का मान सम्मान हम,
जिन्होंने आजादी की ज्योति जलाई थी।।
हमने अपना ये गौरव पाया था,
अपने बूते और स्वाभिमान से,
हमने इससे शिक्षा अब लेनी है,
इस किए हुए इस बलिदान से।।
आन बान शान हमारा तिरंगा है,
प्राणों से प्यारा हमारा तिरंगा है।
मुझको तुम कभी झुकने न देना,
कहता हम सबसे ये तिरंगा है।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम