घर को अपने ही चिरागों से भी जलते देखा
हद से अपनी कभी रिश्तों को गुजरते देखा
दौरे हाजिर में पुरानो को भी बदलते देखा
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रौशनी को हम उम्मीदों मे जलाते हैं मगर
घर को अपने ही चिरागों से भी जलते देखा
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कपिल कुमार
02/10/2016