घनाक्षरी छंद
लीला भंसाली से
घनाक्षरी छंद
लीला भंसाली है दिमाग से तू खाली तूने,
नजर ना डाली क्या कहानी हिंदुवाने की ।
राजस्थानी पानी कहां पद्मा सी रानी कूद,
आग में समानी घड़ी देख लाज जाने की ।
पंडित नरेंद्र मिश्र से ही जाके पूंछ लेता ,
सही राह मिल जाती देखने दिखाने की।
किया अपराध तुझे कीमत चुकानी होगी,
दरबार में सती को नाच नचवाने की।
गुरु सक्सेना नरसिहपुर (मध्य प्रदेश)