Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2023 · 1 min read

घड़ियाली आँसू

लघुकथा

घड़ियाली आँसू

महेंद्र और रमेश में जमीन को लेकर वर्षों से दुश्मनी चल रही थी। एक दिन अचानक हृदयाघात से महेंद्र की मृत्यु हो गयी।
महेंद्र की शवयात्रा में रमेश को शामिल देखकर लोगों को बड़ा ताज्जुब हुआ। किसी परिचित ने तो पूछ ही लिया- ‘‘आप ! यहाँ कैसे ?’’
रमेश ने कहा- ‘‘दुश्मनी थी तो क्या ? अब, जब दुश्मन ही नहीं रहा, तो दुश्मनी कैसी ?’’
महेंद्र के बेटों को सांत्वना देते समय उसकी आँखों से झरझर आँसू बहने लगे।
घर लौटने पर रमेश के बेटे ने उनसे कहा- ‘‘बापू, आप तो बड़े एक्टर निकले।’’
रमेश ने कहा- ‘‘बेटा, आँसू ही तो निकले हैं ना। ये दुख के नहीं खुशी के थे। हमें टक्कर देने वाला तो गया, अब तालाब के किनारे वाली ज़मीन हो गयी हमारी।’’
उनकी हवेली दोनों के ठहाकों से गूँजने लगी।
– डाॅ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़

Language: Hindi
217 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शौक या मजबूरी
शौक या मजबूरी
संजय कुमार संजू
रुपया-पैसा -प्यासा के कुंडलियां (Vijay Kumar Pandey pyasa'
रुपया-पैसा -प्यासा के कुंडलियां (Vijay Kumar Pandey pyasa'
Vijay kumar Pandey
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
Kailash singh
Only attraction
Only attraction
Bidyadhar Mantry
सबला नारी
सबला नारी
आनन्द मिश्र
मां का महत्त्व
मां का महत्त्व
Mangilal 713
माना कि हम बेवफा हैं, 2 पर ए मेरे यार तुम तो बेवफा ना थे।
माना कि हम बेवफा हैं, 2 पर ए मेरे यार तुम तो बेवफा ना थे।
Annu Gurjar
जिंदगी
जिंदगी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ये बेचैनी ये बेबसी जीने
ये बेचैनी ये बेबसी जीने
seema sharma
एसी कहाँ किस्मत कि नसीबों में शिफा हो,
एसी कहाँ किस्मत कि नसीबों में शिफा हो,
Kalamkash
🙅FACT🙅
🙅FACT🙅
*प्रणय*
फुर्सत नहीं है
फुर्सत नहीं है
Dr. Rajeev Jain
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
रमेशराज की कहमुकरी संरचना में 10 ग़ज़लें
कवि रमेशराज
रिमझिम रिमझिम बारिश में .....
रिमझिम रिमझिम बारिश में .....
sushil sarna
"जिन्दगी बदलें"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रतियोगिता के जमाने में ,
प्रतियोगिता के जमाने में ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए।
मुफ़लिसों को मुस्कुराने दीजिए।
सत्य कुमार प्रेमी
हक़ीक़त
हक़ीक़त
Shyam Sundar Subramanian
*वो जो दिल के पास है*
*वो जो दिल के पास है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
माँ की ममता,प्यार पिता का, बेटी बाबुल छोड़ चली।
माँ की ममता,प्यार पिता का, बेटी बाबुल छोड़ चली।
Anil Mishra Prahari
*ड्राइंग-रूम में सजी सुंदर पुस्तकें (हास्य व्यंग्य)*
*ड्राइंग-रूम में सजी सुंदर पुस्तकें (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
गणेश चतुर्थी के शुभ पावन अवसर पर सभी को हार्दिक मंगल कामनाओं के साथ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
लड़की किसी को काबिल बना गई तो किसी को कालिख लगा गई।
Rj Anand Prajapati
जन-जन प्रेरक बापू नाम
जन-जन प्रेरक बापू नाम
Pratibha Pandey
मेरी पहचान!
मेरी पहचान!
कविता झा ‘गीत’
मुझको चाहिए एक वही
मुझको चाहिए एक वही
Keshav kishor Kumar
*
*"राम नाम रूपी नवरत्न माला स्तुति"
Shashi kala vyas
शांत मन को
शांत मन को
Dr fauzia Naseem shad
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
Loading...