मैं पुरखों के घर आया था
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
I know people around me a very much jealous to me but I am h
नाम लिख तो दिया और मिटा भी दिया
काश तुम मेरी जिंदगी में होते
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
भाषाओं का ज्ञान भले ही न हो,
💐प्रेम कौतुक-259💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जीवन और जिंदगी में लकड़ियां ही
स्त्रीत्व समग्रता की निशानी है।
मरने वालों का तो करते है सब ही खयाल
'एकला चल'
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सावन में तुम आओ पिया.............
*सार जीवन का सदा, संघर्ष रहना चाहिए (मुक्तक)*
अक्सर चाहतें दूर हो जाती है,
सौन्दर्य के मक़बूल, इश्क़! तुम क्या जानो प्रिय ?