गोस्वामी तुलसीदास
1.
संवत पन्द्रह चौवने , जन्मे तुलसीदास ।
संवत सोलह सौ असी , निकली अंतिम श्वास ।।
2.
शुक्ल पक्ष की सप्तमी , पावन सावन मास ।
कवि तुलसी का जन्म दिन , राम भक्त जो खास ।।
3.
माँ हुलसी की कोख से , ‘रामबोला’ सुजन्म ।
पिता आत्माराम दुबे , ने की पूरी रस्म ।।
4.
वर्ष उन्तीस उम्र में , ब्याहे तुलसीदास ।
एकतीस की आयु में , ‘तारक ‘ जन्मा खास ।।
5.
‘रत्ना ‘ जी की प्रेरणा , बदल गया व्यवहार ।
भूले भोग विलास सब , हुआ संत आचार ।।
6.
वर्ष सत्ताविस अध्ययन , रामनवम का पर्व ।
‘रामचरित मानस’ शुरू , वय सतोत्तर गर्व ।।
7.
रामचरित मानस लिखा, पूरित मन की आस ।
जग प्रसिद्ध वो हो गए , संत, भक्त अरु दास ।।
8 .
तुलसी ने प्रभु भक्त का , किया ऊँच बहु भाल ।
हिन्दी में ब्रज अवधि का , मिलन हुआ इस काल।।
9.
जग में कर्म प्रधान है , तुलसी का ये मन्त्र ।
दाम, मान सब कुछ मिले , ऐसा है ये यंत्र ।।
10.
‘रामचरित मानस’ सहित , बारह ग्रन्थ प्रणीत ।
हुलसी के इस पुत्र की , राम भक्ति में प्रीत ।।
11.
ऐसी कथा विचार ये , तुलसी के ये भाव ।
गया ‘ हितैषी ‘ जो समझ , पाता वही उठाव ।।
12.
रामचरित मानस पढ़ें , पावन बने समाज ।
हुलसी के इस पुत्र को , नमन करें हम आज ।।
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प्रबोध मिश्र ‘ हितैषी ‘
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