गोरे गोरे गाल
मैंने हाथों में लिया, ज्यों ही रंग गुलाल I
याद तुम्हारे आ गये, गोरे गोरे गाल I
गोरे गोरे गाल, तुम्हारे होठ गुलाबी I
उलझे उलझे बाल, मटकते नैन शराबी I
छीन ले गये चैन, नैन कुछ ऐसे पैने I
बिन तेरे इस बार, मनाई होली मैंने II
रमेश शर्मा