गोरे- गोरे गाल…………. तेरा होना पास मेरे |गीत| “मनोज कुमार”
गोरे- गोरे गाल तेरे सिल्की- सिल्की बाल तेरे
देता है प्यारा अहसास इनका होना पास मेरे
जन्म जन्म साथ मेरे रग रग में वास मेरे
देता है मस्ती उल्लास तेरा होना पास मेरे
गोरे- गोरे गाल……………………………… तेरा होना पास मेरे
बजती जब पायल ये तेरी खनकें जब चूड़ी ये तेरी
जब लहराये तेरा आंचल जब झुकती है पलकें तेरी
करता है दिल बात तेरी तू काटे संग रात मेरे
तुमसे है जीवन गुलजार सुन प्यारे भरतार मेरे
गोरे- गोरे गाल……………………………… तेरा होना पास मेरे
ना सताना हमको जानू तुम सांसें हो यार मेरी
चाहत थी बरसों से जिसकी वो सुबह हो शाम मेरी
लेता है यौवन अँगड़ाई जब इतराये साथ मेरे
सदियों से उम्मीदें तुमसे तुम साजन संसार मेरे
गोरे- गोरे गाल……………………………… तेरा होना पास मेरे
मीत मेरे दिल के हो तुम होंठों की हो सरगम
मिलता है सुकून दिल को बाँहों में तेरी हमदम
दिल जिसकी इबादत करता तेरी ही तस्वीर है
तेरे संग ही जीना मरना तू मेरी तक़दीर है
गोरे- गोरे गाल……………………………… तेरा होना पास मेरे
“मनोज कुमार”