गोरी
चंचल गोरी
प्रीत मुख शोभित
स्नेह झरना
पनघट को
चलि कटि मटका
मुस्कां झरना
बांके नयन
चले चाल तिरछी
रूप झरना
गागर भर
धरि सिर ज्यों जाये
हास्य झरना
गैल खड़े जो
हैरत लड़का तो
राग झरना
चंचल गोरी
प्रीत मुख शोभित
स्नेह झरना
पनघट को
चलि कटि मटका
मुस्कां झरना
बांके नयन
चले चाल तिरछी
रूप झरना
गागर भर
धरि सिर ज्यों जाये
हास्य झरना
गैल खड़े जो
हैरत लड़का तो
राग झरना