गोरिया
धूप निकली तऽ फूल खिलवे करी।
गाड़ी चली तऽ धूल उडबे करी,
जब गोरिया हइसन ड्रेस पहेनके चलीहे,
तऽ लईका सिटी मरबे करी।।
————–०—————
जय लगन कुमार हैप्पी
बेतिया (बिहार)
धूप निकली तऽ फूल खिलवे करी।
गाड़ी चली तऽ धूल उडबे करी,
जब गोरिया हइसन ड्रेस पहेनके चलीहे,
तऽ लईका सिटी मरबे करी।।
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जय लगन कुमार हैप्पी
बेतिया (बिहार)