हाथ में उसके हाथ को लेना ऐसे था
"बूढ़े होने पर त्याग दिये जाते हैं ll
*जीवित हैं तो लाभ यही है, प्रभु के गुण हम गाऍंगे (हिंदी गजल)
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Independence- A mere dream
तारीफ किसकी करूं किसको बुरा कह दूं
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
*** सिमटती जिंदगी और बिखरता पल...! ***
आ जा अब तो शाम का मंज़र भी धुँधला हो गया
#पंचैती
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
कभी मायूस मत होना दोस्तों,
इस राष्ट्र की तस्वीर, ऐसी हम बनायें
हो हमारी या तुम्हारी चल रही है जिंदगी।
میں ہوں تخلیق اپنے ہی رب کی ۔۔۔۔۔۔۔۔۔